महिलाओं से यौन उत्पीड़न : दुनिया में भारत 88वें नंबर पर, जानें पहले नंबर पर कौन?

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World Population Review-2020 की रिपोर्ट में इंडिया 88वें नंबर पर, अमेरिका 14वें नंबर पर

महिलाओं में असुरक्षा की भावना सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है। आधी आबादी कही जाने वाली महिलाएं पूरी दुनिया में खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। दुनिया भर में कराए गए एक सर्वे के मुताबिक, हर तीसरी महिला किसी ना किसी रूप में सेक्सुअल हैरसमेंट ( sexual harassment)  की शिकार बनीं हैं। ये जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ भारत ही एक ऐसा देश नहीं हैं जहां रेप (Rape) जैसी घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने में कई बार लड़कियां हिचकती हैं या फिर आरोपियों को सजा मिलने में देरी होती है। बल्कि दुनिया के विकसित देशों में भी इससे बुरी हालत है। खासकर अमेरिका (USA)  में भी सेक्सुअल हैरसमेंट के मामले काफी ज्यादा हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में प्रति 1 लाख में सेक्सुअल हैरसमेंट के औसतन 27.3 केस आते हैं। जबकि इंडिया में ये आंकड़ा प्रति लाख 1.80 है।

वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू (World Population Review) की 2020 में आई रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है। दुनिया भर में कराए गए सर्वे के अनुसार इस एजेंसी का दावा है कि 35 प्रतिशत महिलाएं अपनी लाइफ में सेक्सुअल हैरसमेंट की शिकार होती हैं। इनमें से 40 प्रतिशत तो अनदेखा कर देती हैं। और सिर्फ 10 प्रतिशत महिलाएं हीं कानून की मदद लेती हैं। यानी दुनिया में सेक्सुअल हैरसमेंट की शिकार 10 प्रतिशत महिलाएं ही पुलिस में शिकायत कर पाती हैं।

16 से 19 साल की लड़कियों से सेक्सुअल हैरसमेंट का खतरा 4 गुना ज्यादा

वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू (World Population Review) की 2020 रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पूरी दुनिया में 16 से 19 साल की लड़कियों को सबसे ज्यादा सेक्सुअल हैरसमेंट का खतरा होता है। इस उम्र की लड़कियों के साथ सेक्सुअल हैरसमेंट की घटना होने का खतरा दूसरे उम्र की लड़कियों की तुलना में 4 गुना ज्यादा होती है। कॉलेज में पढ़ने वाली 18 से 24 वर्ष की लड़कियों में ये खतरा दूसरे उम्र की लड़कियों की तुलना में 3 गुना ज्यादा होती है।

अमेरिका में 70 फीसदी पहचान वाले रेपिस्ट, 97 फीसदी रेपिस्ट फ्री

दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका भले ही दूसरे देशों पर रौब दिखाता हो लेकिन यहां भी महिलाओं के साथ होने वाले क्राइम पर ज्यादा सख्ती नहीं है। इस रिपोर्ट में दावा है कि अमेरिका में सेक्सुअल हैरसमेंट के मामले प्रति एक लाख 27.3 है। ये आंकड़ा भारत में 1.80 है। यानी भारत की तुलना में अमेरिका में सेक्सुअल हैरसमेंट के मामले 15 गुना ज्यादा हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अमेरिका में इस समय में 97 फीसदी रेपिस्ट फ्री घूम रहे हैं। यानी उन्हें सजा नहीं मिल पाई है। अमेरिका में यौन उत्पीड़न के मामले में 70 फीसदी आरोपी पहचान वाले ही होते हैं।

महिलाओं के साथ क्राइम में अफ्रीकी देश पूरी दुनिया में टॉप पर

वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू (World Population Review) की 2020 की रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में अफ्रीकी देश टॉप पर हैं। वर्ष 2020 में  अफ्रीकी देश साउथ अफ्रीका ( South Africa) में सेक्सुअल हैरसमेंट के सबसे ज्यादा केस सामने आए। ये देश दुनिया में टॉप पर है। साउथ अफ्रीका में एक लाख की आबादी में औसतन 132.4 सेक्सुअल हैरसमेंट के केस हुए। इसके बाद दूसरे नंबर पर बोत्सवाना (Botswana) है। तीसरे नंबर पर लेसेथो और फिर स्वाजीलैंड है।

सेक्सुअल हैरसमेंट मे टॉप-10 देश  

1- साउथ अफ्रीका

2- बोत्सवाना

3- लेसोथे

4- स्वाजीलैंड

5- बरमुडा

6- स्वीडन

7- सुरीनाम

8- कोस्टारिका

9- निकारगुआ

10 – ग्रेनेडा

दुनिया के नामी देशों की रैंक जानें

अमेरिका  -14

फ्रांस – 26

बांग्लादेश  – 36

इटली – 42

श्रीलंका – 43

रूस – 66

इंडिया – 88

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Deputy Editor, BHARAT SPEAKS

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