CM की महानता: कोविड होने पर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कोरोना रोकने के लिए की समीक्षा बैठक

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लखनऊ। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से प्रदेश के  कई जिले संवेदनशील की श्रेणी में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी प्रदेशवासियों की चिंता में लगातार काम कर रहे हैं। गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हालात और व्यवस्था की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा की।

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते केस के कारण नाइट कर्फ्यू के समय में बदलाव किया गया है। जहां भी दो हजार से ज्यादा एक्टिव केस है वहां अब रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक रोक रहेंगी। इसमें लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर आदि शहर हैं। उत्तर प्रदेश लौट रहे प्रवासियों के लिए नया कोविड प्रोटोकॉल जारी किया गया है।

दूसरे राज्यों से आने वालों की स्क्रीनिंग

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान स्वास्थ्य मंत्री के साथ ही कोरोना मैनेजमेंट की टीम-11 के सभी सदस्य जुड़े रहे। दर्जनों ब्यूरोक्रेट्स भी इस दौरान समीक्षा बैठक के निर्देश को सुन रहे थे। प्रदेश सरकार दूसरे प्रदेशों से लौट रहे लोगों की जिले में स्क्रीनिंग करायेगी। किसी में अगर कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण भी नहीं मिलता है, तब भी उसको कम से कम सात दिन होम क्वारैंटाइन में रहना होगा।

प्रवासी कामगारों के लिए बनेंगे विशेष सेंटर

प्रवासी कामगारों के लिए सभी जिलों में क्वारंटीन सेंटर बनेंगे। महाराष्ट्र, दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से पलायन कर प्रदेश लौट रहे प्रवासियों का जिले में स्क्रीनिंग कराना जरूरी होगा। इसके बाद इनको सात दिन का होम क्वारंटाइन जरूरी कर दिया गया है। कोई लक्षण नहीं होने के बावजूद भी सात दिन खुद को आइसोलेशन में रहना होगा। अगर लक्षण हैं तो 14 दिन क्वारंटाइन रहना होगा।

प्रवासी कामगारों की वापसी पर प्रबंधन प्रोटोकॉल

जिला प्रशासन स्क्रीनिंग कराएगा। लक्षण मिलने पर क्वारंटाइन में रखा जाएगा। जांच के बाद यदि सक्रमित मिलता है तो कोविड अस्पताल या घर पर आइसोलेट होना होगा। लक्षण हैं लेकिन संक्रमित नहीं होते हैं तो 14 दिन के होम क्वारंटाइन में भेजा जाएगा। लक्षणविहीन व्यक्ति सात दिन तक होम क्वारैंटाइन में रहेंगे। जिले में पहुंचने के बाद जिला प्रशासन प्रत्येक प्रवासी की स्क्रनिंग के साथ-साथ पता एवं मोबाइल नंबर समेत लाइन लिस्टिंग तैयार कराएगा। जिनके घरों में होम आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं है, उन्हें संस्थागत क्वारैंटाइन में रखा जाएगा।

इसके लिए स्कूलों को आरक्षित किया जाए। सामुदायिक सर्विलांस के लिए ग्राम निगरानी समिति व शहरी क्षेत्रों में मोहल्ला निगरानी समिति का प्रयोग। आशा कार्यकत्री ऐसे प्रत्येक क्वारंटाइन किए गए घरों में तीन दिन में एक बार भ्रमण किया जाएगा। दिल्ली-मुंबई से आने उत्तर प्रदेश आने वाली ट्रेनों में भीड़ देखने को मिल रही है।

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं टली

कोरोना वायरस संक्रमण के बेहद भयावह रूप लेने के कारण सीबीएसई के बाद अब उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, यूपी बोर्ड की परीक्षाएं टाल दी गई हैं। बरेली में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं की नई तारीख 20 मई के बाद तय होगी। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी 15 मई तक टाल दी गई हैं।

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