द्वितीय विश्वयुद्ध के समय से रुका था UP के इस एयरपोर्ट का निर्माण, CM के निर्देश पर काम में आई तेजी, मिली सैद्धांतिक मंजूरी, जानें

किसी भी राज्य के विकास में कनेक्टिविटी की अहम भूमिका होती है। ऐसे में यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने कार्यकाल में सड़क से लेकर हवाई मार्ग सभी कनेक्टिविटी को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में पहल की है। अब यूपी में 17 एयरपोर्ट बनाने की योजना थी। जिनमें से 3 क्रियाशील हो चुके हैं। यूपी के ललितपुर में द्वितीय विश्वयुद्ध के समय से एयरपोर्ट की योजना रुकी हुई थी। जिसे योगी सरकार में हरी झंडी मिली है। जानिए यूपी में कैसे लग रहे हैं विकास को पंख

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लखनऊ : भारत की आजादी से पहले ही यूपी के एक शहर में एयरपोर्ट बनाने की एक योजना बनाई गई थी। ये योजना द्वितीय विश्व युद्ध ( 1 सितंबर 1939 से 2 सितंबर 1945) के दौरान बनी थी। यानी अब करीब 75 साल बीत चुके हैं। लेकिन यूपी में इस योजना पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस बारे में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को जानकारी हुई तब उसका सर्वे कराकर नए सिरे से एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव तैयार कराया। जिसे आखिरकार अब भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की तरफ से सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल गई। जिसके बाद इतने वर्षों से रुके प्रोजेक्ट में अब फिर से तेजी आएगी। यूपी का ये शहर है ललितपुर।

पिछड़े क्षेत्र बुंदेलखंड के विकास में अहम होगा ये एयरपोर्ट

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यूपी के ललितपुर जिले में इसी स्थान पर प्रस्तावित है एयरपोर्ट का निर्माणकार्य

यूपी सरकार का मानना है कि बुंदेलखंड यूपी के काफी पिछड़े हुए क्षेत्र में शामिल है। ऐसे में इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस विकास की योजना के दौरान जानकारी मिली कि ललितपुर में आजादी से पहले से एयरपोर्ट बनाए जाने की योजना बनी थी। लेकिन ये योजना फिर ठंडे बस्ते में चली गई। इस बारे में जानकारी मिलते ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए। इस प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट को अब भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।

17 एयरपोर्ट वाला यूपी देश का नंबर-1 राज्य बनने की राह पर

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यूपी में योगी सरकार कार्यकाल में विकास कार्यों ने ऊंची उड़ान भरी है। ये उड़ान यूपी में बन रहे एयरपोर्ट में भी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में 17 एयरपोर्ट के विकास कार्यों की शुरुआत हुई। इनमें से 3 वर्षों के भीतर ही प्रयागराज, कानपुर और गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट का संचालन शुरू भी हो गया। इन सभी एयरपोर्ट को समय से पहले क्रियाशील कर दिया गया। इनके अलावा 14 एयरपोर्ट के निर्माण कार्य अभी तेजी से चल रहा है। इनमें भी बरेली और कुशीनगर में एयरपोर्ट पूरी तरह से तैयार हैं। जबकि अलीगढ़, आजमगढ़, मेरठ, मुरादाबाद और चित्रकूट में आगामी 2 महीने में एयरपोर्ट का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस तरह अगर सभी 17 एयरपोर्ट क्रियाशील हो गए तो भारत में सबसे ज्यादा एयरपोर्ट वाला राज्य उत्तर प्रदेश बन जाएगा। अभी वर्तमान में देश में सबसे ज्यादा एक्टिव एयरपोर्ट वाला राज्य महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 9 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। वहीं, अभी उत्तर प्रदेश में 7 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं।

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Deputy Editor, BHARAT SPEAKS

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