सीएम योगी के ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट मॉडल से कोरोना केस में रिकवरी रेट 95% पहुंचा, दूसरे राज्यों में सबसे बेहतर, जानें

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लखनऊ : कोरोना के जानलेवा प्रभाव को कम करने के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का अभियान पूरे देश में सबसे ज्यादा कारगर साबित हुआ है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट वाले फॉर्म्यूले से प्रदेश में लगातार कोरोना के आंकड़ों में गिरावट देखने को मिल रही है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 3981 नए कोरोना मामले मिले हैं।

वहीं, प्रदेश में रिकवरी रेट 94.3 फीसदी हो गया है।  यानी कोरोना पॉजिटिव होने वाले प्रत्येक 100 मरीजों में से करीब 95 लोग पूरी तरह से ठीक हो रहे हैं। ये पूरे देश में सबसे बेहतर रिकवरी रेट माना जा रहा है। अगर पिछले 17 दिनों के आंकड़ों को देखें तो 21 मई को छोड़कर प्रदेश में संक्रमण के घटने का यह लगातार 16 वां दिन रहा। पिछले 24 घंटे में 10 हजार से नीचे सिर्फ 4844 कोरोना मामले आए हैं।.

इस बारे में उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि यूपी में बीते 24 घंटे में कोरोना के 3,981 नए मामले आए हैं। जबकि 11,918 डिस्चार्ज हुए हैं। लगातार 24वें दिन यूपी में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या घटी है। ये काफी सकारात्मक पहलू है। यूपी में फिलहाल एक्टिव केस की संख्या घटकर 76,703 हो है। एक्टिव केस 76703 में से 47483 इस समय होम आइसोलेशन में हैं। अपर मुख्य सचिव के मुताबिक,  उत्तर प्रदेश में पिछले 23 दिन में 234000 केस कम हुए हैं, जबकि यूपी से आधी आबादी के महाराष्ट्र में 26000 केस आए। वहीं, यूपी की तुलना में कहीं बेहद छोटे राज्यों में जम्मू कश्मीर में 3600 और उत्तराखंड में 3800 केस आए हैं।

कोरोना टेस्टिंग में यूपी सरकार का नया रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश ने देश में कोरोना का एक दिन में सर्वाधिक टेस्टिंग का नया रिकॉर्ड बनाया है। राज्य में एक दिन में सर्वाधिक 3 लाख 17 हजार 684 लोगों की टेस्टिंग की गई। टेस्ट की बढ़ती संख्या के बावजूद प्रदेश सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार कमी दर्ज की गई है। प्रदेश में अब एक्टिव केसेज की संख्या घटकर 84800 पर आ गई जबकि कल यह संख्या 94482 थी। करीब तीन हफ्ते में इसमें 2 लाख 26000 की कमी आई है। 30 अप्रैल को यह संख्या सर्वाधिक 3,10,783 थी।

सीएम योगी का ट्रिपल-T मॉडल बना सबसे प्रभावी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ट्रिपल-T मॉडल सबसे कारगर साबित हुआ है। दरअसल, ट्रिपल-टी का मतलब है- टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट। इस मॉडल से शहर से लेकर गांव तक में इसके सफल क्रियान्वन की वजह से कोरोना मरीजों में रिकवरी रेट में तेजी से इजाफा हुआ है। इस फामूर्ले के प्रभावी और सफल क्रियान्वन के लिए मुख्यमंत्री ने स्पेशल टीम-9 गठित की है। इनके काम की प्राथमिकता तय कर इसके प्रति इनको जवाबदेह बनाया गया है। इसमें शामिल प्रभारी मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को दिए गए निर्देश से पूरे प्रदेश में कोरोना पर काबू पाने में अहम सफलता मिली है।

कोरोना से खुद संक्रमित होने के बावजूद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लगभग रोजाना मीटिंग की और फिर राज्य के सभी मंडल में खुद जाकर जायजा लेने लगे। जिसकी वजह से स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से काम हुआ और उसका परिणाम आज पूरी दुनिया के सामने है। सीएम अब तक वे प्रदेश के 18 मंडलों में से 15 का दौरा कर चुके हैं। इस वजह से ही पूरे प्रदेश में ये नया सकारत्मक बदलाव देखने को मिला है।

 

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